डूब जाएगी कमाई, इन शेयरों से बचके रहने में ही है भलाई

डूब जाएगी कमाई, इन शेयरों से बचके रहने में ही है भलाई





कहते हैं सावधानी हटी दुर्घटना घटी। निवेशकों के साथ भी आए दिन कई बड़े एक्सिडेंट होते रहते हैं। निवेशकों के बचाने के लिए ही हमने ये खास मुहिम सावधान इंडिया शुरू की है। इसमें हम ऐसे शेयरों की बात करेंगे जिनके फंडामेंटल फटे हाल हैं और इनके आसपास भटकना मना है।

शेयर बाजार में आपका पैसा न डूबे इसलिए कहां आपको गोता लगाना है कहां आपको तैर कर निकल जाना है इसकी सलाह के तौर पर आपको सावधान करते हुए रोज सीएनबीसी-आवाज़ आपको कमाई कराने वाले शेयरों के साथ ही ऐसे शेयरों से खबरदार कर रहा है जहां आपकी कमाई डूब सकती है।

ऑयल कंट्री ट्यूबुलर से रहें सावधान

इसका ऑल टाइम हाई 145 रुपये और वर्तमान भाव 5.35 रुपये है। कंपनी पर 120 करोड़ रुपये का भारी कर्ज है। ये सालाना 16 करोड़ रुपये ब्याज भुगतान करती है।

कंपनी का सालाना घाटा 85 करोड़ रुपये है। प्रोमोटर की कुल हिस्सेदारी का 66.50 फीसदी हिस्सा गिरवी है। ये शेयर 50-55/शेयर के भाव से गिरवी रखे गए हैं। ये शेयर अपने ऊपरी स्तरों से 96 फीसदी फिसल गया है। कंपनी 2017 से लगातार ऑपरेटिंग घाटे में है। पिछले 4 साल में इसकी आय 90 फीसदी गिरी है। कंपनी 6 साल से घाटे में है।

LYPSA GEMS से रहें सावधान

कंपनी पर 24 करोड़ रुपये का कर्ज है। कंपनी सालाना 26 लाख रुपये का ब्याज भुगतान करती है। सालाना आधार पर कंपनी को 14 करोड़ रुपये का मुनाफा है। कंपनी के प्रोमोटर का कोई हिस्सा गिरवी नहीं है। प्रोमोटर ने कोई हिस्सेदारी नहीं बेची है।

हालांकि शेयर अपने 142 रुपये प्रति शेयर ऊपरी स्तरों से 96 फीसदी फिसला है। पिछले 7-8 साल से कंपनी के नतीजों में गिरावट जारी है। कंपनी ने 81 के स्तर पर रकम जुटाई और जुटाई गई रकम का इस्तेमाल रिटेल के कारोबार में कर रही है।  बड़े ऑर्डर के बावजूद मुनाफे में कमी है।

कोहिनूर फूड्स से रहें सावधान

कोहिनूर फूड्स का ऑल टाइम हाई 147 रुपये और वर्तमान भाव 16 रुपये है। ये शेयर अपने ऊपरी स्तरों से 90 फीसदी फिसला है। 147 रुपये इस शेयर का रिकॉर्ड स्तर है। ऊपरी स्तरों से गिरने से भी इसका वैल्यूएशन आकर्षक नहीं है।

कंपनी पर 763 करोड़ रुपये का भारी कर्ज है। ये ब्याज पर सालाना 27 करोड़ रुपये खर्च करती है। इसका सालाना घाटा 417 करोड़ रुपये है। कंपनी में प्रोमोटर का कोई हिस्सा गिरवी नहीं है। 3 तिमाही में प्रोमोटर्स ने हिस्सा बढ़ाया है। कंपनी की ऑपरेटिंग स्थिति में लगातार कमजोरी की ओर जा रही है। ये 2015 से घाटा दिखा रही है। 5 साल में इसकी आय आधी हो गई है। 

Post a Comment

0 Comments