माई तो माई होली हमारे भोजपुरी में
हमरो खातिर बनवइले होइगवन रूप के रानी ... दुनिया मे सबसे अलग होई आंपन के काहनी ... मन के मँदरिया के हमरे मुरतिया ... कर दे दीवाना के येतन सूरत ... जइह इक झलख मिलैगी ,,, जिन्दगी योही दीन सुरल हो जयई ।।।
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है।
तेरे क़दमों में ये सारा जहां होगा एक दिन,
माँ के होठों पे तबस्सुम को सजाने वाले।
सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाये,
माँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाये।
सूना-सूना सा मुझे ये घर लगता है,
माँ जब नहीं होती तो बहुत डर लगता है।
मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी,
सिर्फ एक कागज़ पर लफ्जे माँ रहने दिया।
भूख तो एक रोटी से भी मिट जाती माँ,
अगर थाली की वो रोटी तेरे हाथ की होती।
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