अगर लॉकडाउन नहीं होता तो कोरोना वायरस के मामले अब तक 1 लाख तक पहुंच जाते: सरकार
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बताया कि भारत में कोरोना वायरस के अब तक तकरीबन 23,000 केस हैं और अगर देशभर में लॉकडाउन नहीं लगाया जाता तो इनकी संख्या इस समय 1 लाख के करीब होती। वहीं, नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी.के. पॉल ने कहा कि लॉकडाउन का प्रभाव मई के पहले या दूसरे सप्ताह तक दिखाई देगा।
सरकार ने शुक्रवार को बताया कि 21 मार्च को कोरोना वायरस मामले दोगुने होने की दर (डबलिंग रेट) 3 दिन थी, जो अब 10 दिन हो गई है। नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी.के. पॉल ने कहा कि यात्रा प्रतिबंध, बड़े पैमाने पर निगरानी और लॉकडाउन ने डबलिंग रेट को कम करने में मदद की और लोगों की जान बचाई।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बताया कि भारत में कोरोना वायरस के अब तक तकरीबन 23,000 केस हैं और अगर देशभर में लॉकडाउन नहीं लगाया जाता तो इनकी संख्या इस समय 1 लाख के करीब होती। वहीं, नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी.के. पॉल ने कहा कि लॉकडाउन का प्रभाव मई के पहले या दूसरे सप्ताह तक दिखाई देगा।
सरकार ने शुक्रवार को बताया कि 21 मार्च को कोरोना वायरस मामले दोगुने होने की दर (डबलिंग रेट) 3 दिन थी, जो अब 10 दिन हो गई है। नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी.के. पॉल ने कहा कि यात्रा प्रतिबंध, बड़े पैमाने पर निगरानी और लॉकडाउन ने डबलिंग रेट को कम करने में मदद की और लोगों की जान बचाई।
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