उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में पिछले करीब 10 दिनों से रूठा मानसून जल्द ही जोर पकड़ेगा। मंगलवार से राज्य के अधिकतर इलाकों में बारिश होने की प्रबल सम्भावना है।

उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में पिछले करीब 10 दिनों से रूठा मानसून जल्द ही जोर पकड़ेगा। मंगलवार से राज्य के अधिकतर इलाकों में बारिश होने की प्रबल सम्भावना है।

आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश हुई अथवा गरज—चमक के साथ छींटे पड़े। हालांकि चंद जगहों पर भारी वर्षा भी हुई।

इस दौरान कतर्नियाघाट और कैसरगंज (दोनों बहराइच) में सबसे ज्यादा 12—12 सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गयी। इसके अलावा जौनपुर में आठ, मिश्रिख (सीतापुर), शाहजहांपुर और बिलारी (मुरादाबाद) में सात—सात, एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) में छह, हाटा (कुशीनगर), गोरखपुर और नकुड़ (सहारनपुर) में पांच—पांच सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गयी।

पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के ज्यादातर मण्डलों में दिन का तापमान सामान्य से ज्यादा रहा और लोगों को उमस भरी चिपचिपी गर्मी का सामना करना पड़ा।

अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है। मंगलवार से प्रदेश में मानसून के फिर से जोर पकड़ने की सम्भावना है और 21 तथा 22 जुलाई को प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में वर्षा हो सकती है।

इस बीच, जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा और बांधों से पानी छोड़े जाने की वजह से घाघरा, शारदा, राप्ती और क्वानो नदियां उफान पर हैं। अनेक इलाके बाढ़ के पानी से घिर गये हैं।

केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक घाघरा नदी एल्गिनब्रिज में खतरे के निशान को पार कर गयी है। वहीं, अयोध्या और तुर्तीपार में इसका जलस्तर लाल चिह्न के नजदीक पहुंच गया है।

शारदा नदी पलियाकलां में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके अलावा राप्ती नदी का जलस्तर बर्डघाट (गोरखपुर) में और क्वानो नदी का जलस्तर चंद्रदीपघाट में खतरे के निशान को पार कर गया है।

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